किसी विशिष्ट पदार्थ जैसे कुछ मीठा, नमकीन या जंक फुड।लोग चाहकर भी इससे पीछा नहीं छुड़ा पाते हैं। इसको अंग्रेजी में क्रेविंग कहते हैं - अर्थात किसी चीज को खाने की तीव्र इच्छा, लालसा। कुछ लोगों में यह क्रेविंग इस क़दर हावी हो जाती है कि वे अपनी आर्थिकता के लिए कुछ भी कर जाते हैं। हालांकि कई मामलों में यह शरीर में किसी चीज़ की कमी का सूचक हो सकता है। कुछ लोगों को कैल्शियम की कमी के कारण संक्रमण या स्लेट पेंसिल खाते हैं। लेकिन लंबे समय के लिए यह स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालता है।
1 चॉकलेट क्रेविंग
चॉकलेट खाने की इच्छा होना बेहद सामान्य है ।कई बार अधिक थक जाने पर या बुरा महसूस होने पर , ख़ासतौर पर महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन होने पर उन्हें चॉकलेट की जरूरत महसूस होती है ।ऐसे में डार्क चॉकलेट का सेवन किया जा सकता है ।कभी - कभी डार्क चॉकलेट का सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है ।निम्न रक्तचाप के मरीजों को डार्क चॉकलेट खाने की सलाह दी जाती है ।
2 बार - बार शक्कर खाना
शक्कर निर्मित पदार्थ जैसे सोडा , केक आदि शक्कर युक्त चीजें खाने की बार - बार इच्छा होना , शरीर में पानी की कमी का सूचक हो सकता है ।अधिक मीठा खाने की लत कई घातक बीमारियों को निमंत्रित कर सकती है ।इससे बचने के लिए जब भी शक्कर युक्त कोई भी पदार्थ खाने की इच्छा हो तो उससे पहले एक गिलास पानी पिएं ।इस आसान से उपाय से शक्कर की लत को काफ़ी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है ।अगर फिर भी खाने की इच्छा हो रही हो तो मीठे के स्थान पर सेब , बैरी या संतरे का सेवन करें ।
3 नमक की अधिकता
अमुमन तनाव की स्थिति में नमकीन खाने की इच्छा ज्यादा होती है ।वहीं महिलाओं में महावारी आने के पहले नमक खाने की इच्छा ज्यादा होती है ।शरीर में पानी की कमी होने या इलेक्ट्रोलाइट का स्तर ।असंतुलित रहने या गर्भावस्था में भी नमक की क्रेविंग हो सकती है ।इस तरह की क्रेविंग से जुड़े लोग चिप्स या अचार खाने लगते हैं ।अधिक नमक खाने से बचने के लिए सब्जी में लहसुन ज्यादा मात्रा में डालें ।सलाद में नमक के स्थान पर सिरके का उपयोग करें ।खट्टे ।फल भी मददगार साबित हो सकते हैं4 जंक फूड की इच्छा अधिक
तनावग्रस्त लोग जंक फूड का ज्यादा सेवन करते हैं ।कई बार इसके पीछे किसी बीमारी का कारण भी हो सकता है , मसलन बिंज ईटिंग ।इसमें व्यक्ति का पेट तो भर जाता है लेकिन उन्हें पता नहीं चलता और अधिक खाने की इच्छा में वे कुछ भी खा लेते |है ।बच्चों में डिप्रेशन या एडीएचडी सिंड्रोम के कारण भी जंक फूड क्रेविंग हो सकती है ।जंक फूड के अधिक सेवन से बच्चे कम उम्र में ही मोटापे का शिकार होने लगते हैं ।
5 ब्रेड या पास्ता की दीवानगी
कभी - कभी खाना हो तो गेहूं से बने पास्ता खाईये।सॉस में रेड सॉस का उपयोग करें जिसे आप घर पर भी बना सकते हैं ।प्याज , टमाटर आदि चीजें डालकर बनाया गया पास्ता बेहतर है ।वहीं कोई भी ब्रेड हफ्ते में एक - दो बार से ज्यादा नहीं खाना चाहिए ।खाना हो तो मल्टीग्रेन या ब्राउन ब्रेड खाएं ।ज्यादा ब्रेड खाने से पेट फूलना , वजन बढ़ना जैसी समस्याएं सिर उठा सकती हैं ।
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